जनगणमन-अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे
गाहे तव जय गाथा
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।
India is my country and all Indians are my brothers and sisters.
I love my country and I am proud of its rich and varied heritage.
I shall always strive to be worthy of it.
I shall give my parents, teachers and all elders respect and treat everyone with courtesy.
To my country and my people, I pledge my devotion. In their well-being and prosperity alone lies my happiness.
सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि ।
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा ॥
O, Goddess Saraswati, my humble prostrations unto Thee. She is capable of fulfilling all my wishes. I request you to bestow thy blessings on me, before I start my studies.
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
The guru is Brahma, the guru is Vishnu, the guru is Shiva, the guru is the self-revealing limitless Brahman. Salutations to that revered guru.
त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव ।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव,
त्वमेव सर्वं मम देव देव ।।
You are truly my mother and my father truly
You are truly my relative and my friend truly
You are truly my knowledge and my wealth truly
You are truly my everything, my god of gods
ॐ असतो मा सद्गमय । तमसो मा ज्योतिर्गमय । मृत्योर्मा अमृतं गमय । ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॥
"Om, Lead us from Unreality (of Transitory Existence) to the Reality (of the Eternal Self),
Lead us from the Darkness (of Ignorance) to the Light (of Spiritual Knowledge), Lead us from the Fear of Death to the Knowledge of Immortality.
Om Peace, Peace, Peace."
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ,
अज्ञानता से हमें तारदे माँ ||
तू स्वर की देवी, ये संगीत तुझसे
हर शब्द तेरा है, हर गीत तुझसे
हम है अकेले, हम है अधूरे
तेरी शरण हम, हमें प्यार दे माँ ||
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ ||
मुनियों ने समझी, गुनियों ने जानी
वेदोंकी भाषा, पुराणों की बानी
हम भी तो समझे, हम भी तो जाने
विद्या का हमको अधिकार दे माँ ||
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ ||
तू श्वेतवर्णी, कमल पर विराजे
हाथों में वीणा, मुकुट सर पे साजे
मनसे हमारे मिटाके अँधेरे,
हमको उजालों का संसार दे माँ ||
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ ||
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मनका विश्वास कमजोर हो ना ||
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना ||
दूर अज्ञान के हो अँधेरे, तू हमें ज्ञान की रौशनी दे ||
हर बुराई से बचके रहें हम, जितनी भी दे भली ज़िन्दगी दे ||
बैर हो ना किसी का किसी से, भावना मन में बदले की हो ना ||
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मनका विश्वास कमजोर हो ना ||
हम न सोचें हमें क्या मिला है, हम ये सोचें क्या किया है अर्पण ||
फूल खुशियों के बांटें सभी को, सबका जीवन ही बन जाए मधुबन ||
ओ.. अपनी करुणा को जल तू बहा के, करदे पावन हर एक मन का कोना ||
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मनका विश्वास कमजोर हो ना ||
We, the children of Mother's Pride,
Hands together, we take the stride -2
We, The Children of Mother's Pride,
We, The Children of Mother's Pride-2 Kindle the light, we strive with might
Growing each day, we shine so bright-2
Never to stumble
Never to waver
We raise the flag in honour and pride
We, The Children of Mother's Pride, We, The Children of Mother's Pride-2
We, The Children of Mother's Pride,
Hands together, we take the stride -2
We, The Children of Mother's Pride, We The Children of Mother's Pride-2
Pure in hearts and pure in minds
Loyal in deeds, we soar in sky
Never to Despair
Never to Dread
Lending a hand, we always tread
We, The Children of Mother's Pride, We The Children of Mother's Pride-2
We, The Children of Mother's Pride,